अनुराग-ए-शायरी
सुर्ख़ मख़मली एहसास
शनिवार, 24 मई 2014
अनुराग-ए-शायरी....
शुक्रवार, 23 मई 2014
अनुराग-ए-शायरी
जिन्दगी कभी कभी बेकसूर
को भी सजा देती है
तब दिल बोल
उठता है---
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